
माँ लक्ष्मी का भोग
दिवाली के दिन मां लक्ष्मी धरती पर भ्रमण के लिए निकलती हैं। हर कोई मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार प्रसाद चढ़ाता है। मगर, आज हम आपको ऐसे पांच प्रसाद के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बिना मां लक्ष्मी की पूजा अधूरी मानी जाती है। तो देर किस बात अभी जानते हैं श्री मंदिर पर माँ को किस चीज का भोग लगानें से माँ लक्ष्मी जल्द ही प्रसन्न होकर अपनें भक्तों की सारी मनोकामना पूर्ण कर देती हैं।
लक्ष्मी माता का प्रिय फल होने के कारण ही नारियल को श्रीफल कहा गया है। मां लक्ष्मी को नारियल का लड्डू, कच्चा नारियल और जल से भरा नारियल अर्पित करने वाले पर वह प्रसन्न होती हैं।
मां लक्ष्मी को पानी में उगने वाला फल मखाना बहुत प्रिय है। इसका कारण यह है कि यह पानी में एक कठोर आवरण में बढ़ता है और इसलिए यह हर तरह से शुद्ध और पवित्र होता है।
पानी में ही पैदा होने वाला एक और फल सिंघाड़ा भी मां लक्ष्मी के पसंदीदा फलों में से एक है। यह मौसमी फल है और सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद भी है।
चंद्रमा को देवी लक्ष्मी का भाई माना जाता है। चंद्रमा को सफेद वस्तु, औषधियों, 16 कलाओं का राजा माना जाता है। बताशे का संबंध भी चंद्रमा से होता है और यही वजह है कि बताशे मां लक्ष्मी को भी प्रिय हैं। इसीलिए दिवाली पर बताशे और चीनी के खिलौने का प्रसाद मां लक्ष्मी को लगाया जाता है।
धन की देवी कही जाने वाली माता लक्ष्मी को पान बहुत पसंद है। इसलिए पूजा के बाद देवी को पान का भोग जरूर लगाना चाहिए। इसके अलावा आप अपनी श्रद्धा और भक्ति के अनुसार, मां को फल, मिठाई, मेवे का भोग लगा सकते हैं।
पान – कहते हैं दिवाली की पूजा में पान का भी बहुत महत्व है और पूजा में पान भगवान को अर्पित करने से लाभ होता है। वहीं दिवाली पूजा में खास तौर पर मीठा पान मां लक्ष्मी को चढ़ाया जाता है।
मखाने – कहते हैं देवी लक्ष्मी को प्रसाद में मखाने का भोग लगाना भी बहुत फलदायक होता है. प्रसाद में मखाने को आप शुद्ध घी में भून कर चढ़ा सकते हैं.
