
शनि देव के प्रकोप से बचने के कुछ आसान उपाय ,शनिदेव होंगे प्रसन्न !!
शनिदेव के प्रकोप से बचने के कुछ उपाय है नव ग्रहों में सबसे खतरनाक गुस्सा इनका ही रहता है कहा जाता है की अगर शनिदेव रुष्ट हो जाये तो उस व्यक्ति की उल्टी गिनती शुरू हो जाती है
जिस किसी भी व्यक्ति की कुंडली में शनिग्रह का दोष होता है उस व्यक्ति के जीवन में दुख की कमी नही रहती है । वही अगर ये व्यक्ति के ग्रह में अच्छे भाव से है तो उस व्यक्ति के घर में सुख शांति बनी रहती है । शनिदेव को प्रसन्न करने के लोग भिभन्न तरह के कार्य करते है कुछ लोग शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए इन पर जल चढ़ाते है कई लोग दिपक भी जलाते है कुछ लोग शनि देव पर तेल, राई, और उरद की दाल भी चढ़ाते है शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए लोग दान पुण्य भी करते है । मगर एक सच यह भी है कि शनिदेव को प्रसन्न करना इतना आसान नही है । तो आइए जानते है शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ उपायों के बारे में ।
शनिवार के दिन कौवे को काले रंग का गुलाब जामुन खिलाये और इस समय शनि चलिशा का पाठ करना करना चाहिए ।
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन सरसों का तेल लोहे की किसी भी प्रकार की वस्तु, मांस मदिरा, मसूर की दाल यह सभी वस्तुएं शनिवार के दिन बिल्कुल भी ना खरीदें इससे शनिदेव व्यक्ति से कभी प्रसन्न नहीं रहते ।

हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार यह भी कहा जाता है कि सुबह सूरज उगने से पहले पीपल के वृक्ष की पूजा करने से शनिदेव बहुत ही ज्यादा प्रसन्न होते हैं शनिदेव को खुश करने के लिए पीपल के वृक्ष पर तेल में लोहे की कील डालकर चढ़ाया जाता है।
शनि देव जी की मूर्ति पर लगातार 43 दिन तक तेल चढ़ाएं लेकिन रविवार को छोड़कर यह प्रक्रिया करने से भी शनिदेव बहुत ज्यादा प्रसन्न होते हैं।

गरीबो को भोजन कराने से भी शनिदेव की कृपा बनी रहती है । अगर आप शनिदेव की पूजा करते है तो इस समय आप काले वस्त्र को धारण कर ले इससे आप पर शनिदेव की कृपा दृष्टि बनी रहेगी ।
शनि देव को शांत करने के लिए शनिवार के दिन व्रत जरूर रखे तेल, उड़द, आदि चीज़ो का दान करे हो सके तो ब्राह्मणों को काला कम्बल दान करें।

दोस्तों ऊपर दिए गए जितने भी उपाय बताए गए है अगर आप वह नहीं करना चाहते है या वह काम नहीं कर रहें है तो आप पूज्य गुरुदेव द्वारा सिद्ध शनि यंत्र और तांत्रिक विधि को जानकर अपने दुखों का निवारण कर सकते है
