
धन, सम्मान और विवाह सुख प्रदान करती है हरिद्रा माला
हिंदू पूजा पद्धति में हल्दी एक महत्वपूर्ण पूजा सामग्री मानी गई है। आयुर्वेद में भी हल्दी को स्वास्थ्यवर्धक, रक्त शुद्ध कारक और एंटीबायोटिक का महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। लेकिन क्या आप जानते हैं हल्दी आपके जीवन की अनेक परेशानियों का हल भी प्रदान करती है। जी हां, कर्मकांड और आयुर्वेद की तरह ज्योतिष शास्त्र में भी हल्दी को अनेक ग्रह जनित समस्याओं को दूर करने वाला माना गया है। हल्दी की गांठ के अनेक प्रयोग वैदिक ज्योतिष में वर्णित हैं जिन्हें अपनाकर धन, संपत्ति, वैभव, सुख, निरोगी काया, वैवाहिक सुख आदि प्राप्त किया जा सकता है।
हल्दी का संबंध नवग्रहों में प्रमुख बृहस्पति से है
जिस जातक की जन्मकुंडली में बृहस्पति मजबूत होता है, उसके जीवन की अनेक समस्याएं खुद ब खुद हल हो जाती हैं। हल्दी की गांठ के अनेक प्रयोग हैं। आइए जानते हैं किस समस्या के लिए हल्दी की गांठ का क्या प्रयोग किया जाता है।
हल्दी की गांठ से बनाई गई माला को हरिद्रा माला कहा जाता है। हरिद्रा माला उन जातकों के लिए सबसे उत्तम मानी गई है जिनका भाग्य साथ नहीं देता। ऐसे जातकों को एक वर्ष तक लगातार प्रत्येक बुधवार को भगवान श्री गणेश को सिद्ध हरिद्रा माला पहनाना है। माला में हल्दी की 27 गांठ होना चाहिए, जो 27 नक्षत्रों की प्रतीक हैं।

यदि आपको लगातार पैसों की कमी बनी रहती है, बार-बार कर्ज लेने की नौबत आती है तो अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की जड़ में कच्चा दूध, जल और बताशा चढ़ाएं और पीपल की टहनी पर एक हरिद्रा माला अर्पित करें। भगवान विष्णु-लक्ष्मी से धन की कामना करें, शीघ्र ही आपके आर्थिक संकटों का निदान होगा।
हरिद्रा माला अनेक रोगों का सटीक इलाज भी है। इसकी माला पहनने से अच्छी सेहत प्राप्त होती है। आयु में वृद्धि होती है। श्वांस संबंधी रोग दूर होते हैं। खासकर पीलिया से पीड़ित व्यक्ति यदि हरिद्रा माला धारण करे तो रोग शीघ्र दूर होता है। हरिद्रा माला पहनने वाले के आसपास एंटीबायोटिक माहौल बनाती है, जिससे मच्छर, मक्खियां आदि पास नहीं आती।
मानसिक शांति प्राप्त होती है…
हरिद्रा माला धारण करने से व्यक्ति को मानसिक मजबूती प्राप्त होती है। तनाव, डिप्रेशन दूर होता है। मानसिक शांति प्राप्त होती है।
प्रतिदिन भगवान गणेश के मंत्र ऊं गं गणपतये नम: का जाप हरिद्रा माला से करने पर वे शीघ्र प्रसन्न् होते हैं।
वक्त कभी भी एक समान नहीं रहता है, तभी तो किसी का समय अच्छा चलता है तो किसी का बुरा। मगर इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने और भाग्य को मजबूत करने के लिए हल्दी की माला का प्रयोग बहुत कारगर साबित होता है। ये न सिर्फ आपको परेशानियों से बचाएगा, बल्कि इसे पहनने पर मान-सम्मान भी मिलता है।। इसे धारण करने के लिए गुरुवार का दिन सबसे ज्यादा शुभ होता है।
1.हल्दी की माला का हिंदू शास्त्रों में बहुत महत्व है। ये रोगों को दूर करने से लेकर मुसीबतों से छुटकारा दिलाने में कारगर है। इसका प्रयोग कई देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए भी किया जाता है।

2.चूंकि हल्दी भगवान विष्णु को भी बहुत प्रिय है, इसलिए उन्हें साबुत हल्दी की गांठों की माला 27 पगांठ की चढ़ाने से लाभ होता है। इससे धन संबंधित समस्याएं दूर होती हैं।
- जिन लोगों को मानसिक परेशानी रहती है या उनका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है, उन्हें गुरुवार के दिन हल्दी की गांठ की माला धारण करनी चाहिए। इसे पहनने से पहले विष्णु जी के किसी मंत्र से माला को सिद्ध जरूर करें।
ॐ नमो नारायणाय
4.अगर आप कई कोशिशों के बावजूद अपने कार्य में सफल नहीं हो पा रहे हैं तो गुरुवार के दिन गले या हाथ में हल्दी की गांठ की माला पहनें। इसे धारण करने से पहले इसमें गंगाजल छिड़कें और विष्णु जी चरणों में रखें। ऐसा करने से माला शुद्ध हो जाएगी। इससे आपके काम में आ रही बाधाएं दूर होंगी।

5.जिनकी कुंडली में गुरू नीच स्थान में बैठा है उन्हें भी हल्दी माला को गुरुवार के दिन पहनना चाहिए। इससे उनका गुरू ग्रह मजबूत होता है। इससे उन्हें भाग्य का साथ मिलेगा।
6.जिन लोगों की शादी में दिक्कतें आ रही हैं उन्हें भी गुरुवार को हल्दी की गांठ की माला पहननी चाहिए। ध्यान रहे कि इसे धारण करने के बाद रोजान धूप-दीप जरूर दिखाएं। अगर विष्णु जी का कोई सिद्ध मंत्र भी पढ़ा जाए तो दोगुना लाभ होगा।
ॐ नमो नारायणाय
7.मां बगुलामुखी के पूजन में हल्दी की गांठ की माला का प्रयोग बहुत असरदार साबित होता है। इससे देवी मां के मंत्र का जाप करने से सिद्धि प्राप्त होती है।

8.अगर किसी को बुरे सपने दिखते है तो उन्हें अपनी तकिया के नीचे रात को सोते समय हल्दी की गांठ की माला रख लेनी चाहिए। अब अगले दिन सुबह इसे गंगाजल से शुद्ध करके रख लेना चाहिए। इससे नकारात्मकता दूर होगी।
9.नवग्रह शांति के लिए हल्दी की गांठ की माला को कच्चे दूध् में डुबोकर शुद्ध कर लें। अब इसे नवग्रह यंत्र पर चढ़ाएं। इससे ग्रहों के नकारात्मक असर से बचाव होगा।
10.हल्दी की गांठ की माला से गणेश भगवान के मंत्र का जाप करने से संकट टल जाते हैं। साथ ही बुद्धि का भी विकास होता है

