
ग्रह विशेष की बाधा दूर करने के लिए उपाय
सूर्य ग्रह की बाधा दूर करने के लिए मां भवानी पर हमको मदार या अर्क के पुष्प एवं गुण अर्पित करना चाहिए|गन्ने का गरम रस या गर्म गुण भी
विशेष उपयोगी सिद्ध होता है
चंद्र ग्रह के दोष दूर करने के लिए जल में सुगंधित पदार्थ मिश्रित कर अर्पित
करना चाहिए|
मंगल ग्रह के दोष
अथवा रक्त रोग या ऋण मुक्ति के लिए सबसे सरल उपाय है की दुर्गा जी को लाल कनेर के
पुष्प, जवाकुसुम
के पुष्प, अर्पित कर
शहद एवं श्वेत सरसों का उपयोग करना चाहिए इसके अभाव में बड़े दाने की राई का
प्रयोग भी कर सकते हैं| इससे शत्रु
बाधा या राजनीतिक शत्रु पर भी अंकुश लगता है|
बुध ग्रह के दोष
दूर करने के लिए या त्वचारोग अथवा एलर्जी के शमन के लिए बिल्वपत्र अर्पण एवं बिल्ब
फल का हवन तथा मूंग की दाल अर्पित करना चाहिए| हरे वस्त्र अर्पित करना चाहिए|
गुरु ग्रह के दोष
दूर करने के लिए, प्रतियोगिता
में सफलता के लिए, स्मृति
बढ़ाने के लिए ब्राह्मी का रस
हल्दी एवं केसर मिश्रित दूध से
अभिषेक करना श्रेष्ठ सिद्ध हो सकता है| चने की दाल एवं पीले वस्त्र अर्पण
करना लाभदाई होता है|
शुक्र ग्रह के दोष दूर करने के लिए फलों का रस विशेष उत्तम एवं शीघ्र प्रभाव
प्रदान करता है| फलों के रस
को अर्पण करने से दांपत्य सुख, आकर्षण, स्त्री
वर्ग पर अनुकूल प्रभाव ,प्रेम
संबंध में प्रगाढ़ता के लिए विशेष उपयोगी सिद्ध होता है|चमेली का तेल भी इसमें लाभदायक
सिद्ध होता है|
शनि ग्रह के दोष निवारण के लिए सरसों का
तेल, उड़द की
दाल, नीला या काला वस्त्र अर्पित करना श्रेष्ठ होता है|
राहु के दोष दूर करने के लिए तिल का तेल, काला वस्त्र, कांटे वाले पेड़ की लकड़ी से हवन
विशेष लाभदायक होते हैं|- यदि आपकी जन्मकुंडली में राहु की दशा अंतर्दशा चल रही है जो कि आपको विभिन्न स्तर पर विघ्न-बाधा रोग कष्ट प्रदान कर रही है| अथवा आपको क्या रोग है इसको चिकित्सक समझ नहीं पा रहे हैं इस स्थिति में भी तिल के तेल से अभिषेक या अर्पण यह हवन करने से इस समस्या का निराकरण होता है|
केतु के दोष को दूर करने के लिए तिल का तेल सरसों का तेल एवं महुए का तेल तीनों मिश्रित कर उसके द्वारा अभिषेक एवं हवन दीपक प्रज्वलित करना चाहिए इससे यश प्रतिष्ठा सम्मान में वृद्धि होती है तथा मंगल के दोषों को भी दूर करने में सक्षम होता है।
