
जानिए कैसे ज्यादा या कम नींद से हो सकती है आपको यह गंभीर समस्या
ज्यादा सोचने या तनाव से हमारी नींद पर प्रभाव पड़ता है। जिस तरह शरीर के लिए खाना पीना जरूरी है वैसे ही शरीर के लिए नींद भी जरूरी है। हर एक चीज का लिमिट में होना बहुत जरूरी है। आजकल लोगों को नींद से जुड़ी समस्याओं का परेशान करना पड़ता है और कई बार यह देखा जाता है कि कुछ लोग जरूरत से अधिक सोते हैं तो कुछ होते हैं जिन्हें नींद नहीं आती और इस वजह से उनका नींद का रूटीन बिगड़ जाता है और इसी रूटीन के बिगड़ने के चलते शरीर में कई तरीके की परेशानियां हो जाती है

नींद का असर हमारी दिनचर्या पर पड़ता है अक्सर देखा जाता है जो व्यक्ति समय से सोकर समय से उठता है उसका रूटीन हमेशा सही रहता है और जिस तरीके से कार्य करता है वह भी एक दम सही चलते हैं। इसलिए रूटीन को सही करने के लिए हमें सोने में बदलाव लाना चाहिए। अचानक से बदलाव आने से समस्या हो सकती है। अचानक से दिनचर्या में बदलाव लाने से जेट लेग की समस्या हो सकती है जो नींद से जुड़ी हुई है। यह बॉडी क्लॉक को बिगड़ जाने से हो जाती है और कई लोग इस समस्या का अनुभव कर रहे हैं। नींद बढ़ने की समस्या का अंदाजा इसी से लगाया जाता है कि आजकल लोग गूगल पर भी नींद से जुड़े सवाल सबसे ज्यादा खोज रहे हैं।
समय पर सोने से हमारी मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है और मानसिक तनाव होने लगता है इसीलिए अपने लिए नींद एक रूटीन बनाया जाए जिसमें अधिक सोना भी ना हो और समय पर नींद भी ना हो इसलिए समस्याओं को दूर करने के लिए अपने सोने का समय और जागने का समय निर्धारित करें और पूरी नींद ले। एक्सरसाइज भी करें और फोन और लैपटॉप का इस्तेमाल कम करे। हेल्दी डाइट का पालन करें ऐसा करने से आपकी दिनचर्या में स्फूर्ति आएगी और आपकी नींद पर जो प्रभाव पड़ रहा है वह भी कम हो जाएगा।
