
जानिए जया एकादशी का महत्व क्या है, कैसे करे पूजन
जया एकादशी को हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष को पढ़ने वाली एकादशी को मनाया जाता है। मनोकामना की पूर्ति के लिहाज से इस एकादशी को बेहद खास माना गया है। माना जाता है इस व्रत के प्रताप से मनुष्य के सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं और घर में सुख शांति की प्राप्ति होती है। यह एकादशी आज के दिन यानी 23 फरवरी को पड़ रही है। एकादशी के व्रत करने के लिए पुरुष और महिला विधि विधान से पूजा के साथ व्रत करते हैं

इस व्रत का महत्व क्या है? पुराणों में जया एकादशी को लेकर कई मान्यताएं चलती आ रही है। इस व्रत करने वाले को कभी भूत की योनि में जन्म नहीं लेना पड़ता साथी ऐसा कहा जाता है कि इस व्रत को करने से मनुष्य के भ्रम हत्या के दोष खत्म हो जाते हैं और पौराणिक कथाओं के अनुसार यह भी कहा जाता है कि एकादशी का व्रत रखने वाले व्यक्ति को स्वर्ग में स्थान मिलता है।
जया एकादशी की पूजा कैसे करें? इस व्रत को करने से पहले आपको सुबह जल्दी उठकर स्नान करना पड़ेगा और पूजा का संकल्प लेना होगा। इसके बाद पूजा स्थल को साफ करके भगवान विष्णु की मूर्ति को लकड़ी की चौकी पर पीला कपड़ा बिछाकर स्थापित करना होगा। उसके बाद पीले पुष्प और हल्दी अक्षत से पूजा करें। उसके बाद भगवान विष्णु को सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए। उसके बाद विष्णु को उनकी प्रिय तुलसी, जल, नारियल, अगरबत्ती और फूल अर्पित करें और पंचामृत का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में सबको बांट दें।
