
कुंभ के मेले में ऐसे वस्त्र पहनकर भूलकर भी ना जाए
हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन अब शुरू हो गया है। यह हिंदू धर्म के लिए बहुत पवित्र समय है। यह एकमात्र ऐसा पर्व है जब देशभर के साधु-संत एक साथ इकट्ठे होते हैं साथ ही यहां पर भारत के लाखों लोगों को एक साथ देखने का मौका मिलता है। कुंभ में स्नान करते वक्त, संतो के दर्शन करने के वक्त और कुंभ की आराधना करने के काफी नियम होते हैं। उनमें से एक नियम है वस्त्र का नियम। इसलिए अगर आप कुंभ जाने की तैयारी कर रहे हैं तो यह जानना जरूरी है कि आपको किस प्रकार के वस्त्र पहने हैं और किस प्रकार के वस्त्र पहनने से बचना है।

अगर आप कुंभ जा रहे हैं तो यह ध्यान रखे कि आपको भारतीय संस्कृति के अनुसार कपड़े पहनना हैं और आपको धार्मिक पहनावे के अनुसार ही कुंभ में पधारना है। खासकर लड़के लड़कियों को इस चीज का ध्यान रखना है। धार्मिक पर्व के दौरान अपने आप को ऐसे वस्त्र पहने जिससे आप ढके रहे। धार्मिक वस्त्रों में पीले और सफेद वस्त्रों का निर्णय लिया जा सकता है। उचित रंग और धार्मिक पहनावा पहनने से शेष कुंभ की पवित्रता बनी रहती है। कुंभ का मेला घूमने की जगह नहीं होती तो इसलिए आप साधारण कपड़े पहन कर जाएं। स्नान के दौरान महिलाएं तन ढक कर स्नान करें तथा उचित वस्त्र पहने। स्नान करने के बाद मंदिर जाने और संतों के शिविर जाने से पहले वस्त्र का ध्यान रखें
इन वस्त्र पहनने से बचें क्योंकि कुंभ एक पवित्र मेला है और यह तीर्थ क्षेत्र है। यहां पर भड़कीले वस्त्र पहनना वर्जित है। संतो के मेला में शालीनता का ध्यान रखना जरूरी है। किसी भी प्रकार के फटे पुराने कपड़े ना पहने। मेला प्रशासन सभी राज्य से आने वाले भारतीय और अन्य विदेशियों से मेले की एडवाइजरी जारी करेंगे। जिसमें यह मार्गदर्शन किया जाएगा कि सभी को भारतीय परंपराओं के मुताबिक आचरण ग्रहण करना होगा ताकि कुंभ के मेले के दौरान उन्हें दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।
