
shivaraatri जाने क्यों है वैशाख माह की शिवरात्रि का इतना अधिक महत्त्व
shivaraatri - जैसा कि हम सभी जानते है हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह वैशाख का महीना है। हर माह की तरह इस माह का भी अपना अलग महत्त्व है। प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा का विधान है। मासिक का अर्थ है 'महा या मास' और शिवरात्रि का अर्थ है 'भगवान शिव की रात'। इस दिन रात्रि प्रहर की पूजा का विशेष महत्व होता है। वैसे तो वर्ष में फाल्गुन मास की शिवरात्रि को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है, लेकिन प्रत्येक माह पड़ने वाली शिवरात्रि का भी विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन व्रत, पूजन के साथ ही भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत ही शुभ रहता है। धार्मिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से शिवजी की कृपा प्राप्त होती है और भोलेनाथ की कृपा से असंभव और कठिन कार्यों को भी पूरा किया जा सकता है। साथ ही मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
वैशाख माह की शिवरात्रि तिथि
वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 28 अप्रैल दिन गुरुवार को रात 12 बजकर 26 मिनट पर हो रहा है। वहीं इस तिथि का समापन 29 अप्रैल की देर रात 12 बजकर 57 मिनट पर हो रहा है। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर वैशाख माह की शिवरात्रि का व्रत 29 अप्रैल दिन शुक्रवार को रखा जाएगा।
Masik means ‘Maha or Month’ and Shivratri means ‘Night of Lord Shiva’. On this day the worship of Ratri Prahar has special significance.
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