
Sawan Shivling Pooja: सावन में पार्थिव शिवलिंग को पूजने के लाभ
Sawan Shivling Pooja – देवो के देव महादेव जिन्हे न जाने कितने ही नामो से जाना जाता है। भक्त उन्हें महादेव , शिव शंकर , भोलेनाथ सहित तमाम अनेक नामो से पुकारते है। कहते है कि सावन के महीने में केवल शिवलिंग पर जलाभिषेक करने मात्र से ही भगवान शिव प्रसन्न हो जाते है , तथा अपने भक्तो की हर मनोकामना को पूरा करते है। शिवलिंग को सृष्टि का आधार माना गया है। शिवलिंग की विधिवत पूजा करके ही देवता ,दैत्य , ऋषि मुनियों ने सिद्धिया प्राप्त की है।
Sawan Shivling Pooja पार्थिव शिवलिंग को पूजने के लाभ –
वैसे तो हिन्दू धर्म में शिवलिंग की अलग अलग तरह से पूजा के अलग अलग फल बताएं गए है। लेकिन सभी शिवलिंग में से जब आप पार्थिव शिवलिंग की पूजा का बहुत महत्त्व बताया गया है। पार्थिव शिवलिंग को पूजने के बहुत लाभ बताएं गए है।
शिव पुराण में बताया गया है कि , जब आप सावन के महीने में पार्थिव शिवलिंग की पूजा करते है तो जातक के जीवन से सभी समस्याएं दूर हो जाती है और व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती है। जो भी भक्त पार्थिव शिवलिंग की पूजा करता है उसे अपने जीवन में अकाल मृत्यु का भी भी खत्म हो जाता है। इसी के साथ भगवान शिव के आशीर्वाद से जातक को कभी भी धन – धान्य की कोई कमी नहीं होती है। पार्थिव शिवलिंग की पूजा से व्यक्ति को मोक्ष की पभि प्राप्ति होती है।
अगर आप शादी शुदा है और आपकी सालों से संतान नहीं हो रही और आप हर प्रयास करके तक चुके है तो आपको सावन के महीने में पार्थिव शिवलिंग की पूजा जरूर करनी चाहिए। पार्थिव शिवलिंग की पूजा से आपको जरूर ही संतान की प्राप्ति होगी।
किसने की थी सबसे पहले पार्थिव शिवलिंग की पूजा –
शास्त्रों के अनुसार सर्वप्रथम भगवान श्री राम ने पार्थिव शिवलिंग की पूजा की थी। भगवान श्री राम ने लंका पर आक्रमण करने से पहले शिव की पार्थिक पूजा की थी। ये तो त्रेतायुग की बात हुई कलयुग में भगवान शिव के पार्थिव पूजा कुष्मांड ऋषि के पुत्र मंडप ने किया था। इसके बाद से अभी तक शिव की कृपा बरसाने वाली पार्थिव शिवलिंग की पूजा की परम्परा यूँ ही चली आ रही है। आज भी लोग बड़ी ही श्रद्धा भाव से पार्थिव शिवलिंग को पूजते है और लाभ प्राप्त करते है।