
Shani Dev Upay : शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए एक बार जरूर करे ये उपाय
Shani Dev Upay – हिन्दू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। मान्यता है कि शनि देव मनुष्य के अच्छे-बुरे कर्म के हिसाब से फल देते हैं। कहते हैं कि शनि देव जिस पर अपनी कृपा दृष्टि बना देते हैं। न्याय के देवता शनि जिसकी कुंडली में कमजोर स्थिति में विराजमान होते हैं। उस व्यक्ति को जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अगर शनि मजबूत हैं तो व्यक्ति को तमाम सुख भी प्राप्त होने की संभावना रहती है। शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे आसान और कारगर उपाय ज्योतिष में शनि दान बताया जाता है। हिंदू धर्म में दान करना सबसे पुण्य का काम माना गया है। कहते हैं कि दान-पुण्य के काम करने से व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि होती है। इसलिए शनिवार के दिन काली उड़द दाल, सरसों का तेल, तिल का तेल, काले कपड़े और काले जूते का किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर सकते हैं।
Shani Dev Upay : शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए एक बार जरूर करे ये उपाय
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करे ये उपाय –
पहला उपाय – शनिवार के दिन नहा-धोकर स्वच्छ सफेद कपड़े पहने। इसके बाद पीपल की जड़ में केसर, चंदन, चावल तथा फूल मिलाकर जल चढ़ाएं। तत्पश्चात तिल के तेल का दीपक जलाकर निम्नलिखित मंत्र का जाप करें।
मंत्र: आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्
देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:
विश्वाय विश्वेश्वराय विश्वसम्भवाय विश्वपतये गोविन्दाय नमो नम:
इसके बाद पीपल की परिक्रमा कल धूप, दीपक जलाकर आरती उतारें। और बचा हुआ पानी घर में लाकर भी छिड़क दें। इस उपाय से शनिदेव तो प्रसन्न होते ही हैं, इसी के साथ आपके घर की नकारात्मक शक्तियां भी नष्ट हो जाती है।
दूसरा उपाय – शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल या समुद्री नाव की कील से लोहे की अंगूठी बनवाएं। इस अंगूठी को तिल के तेल में रखें तथा शनिमंत्र का 23000 जप करने के बाद मध्यमा अंगुली में पहनें। इस उपाय से शनि की दशा में विशेष लाभ होता है।
तीसरा उपाय – शनिवार की सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर शनिदेव का पूजन कर काले तिल मिलाए हुए सरसों के तेल से अभिषेक करें। तत्पश्चात शनिदेव के 108 नामों का स्मरण कर शनिदेव से अपने कष्ट दूर करने की प्रार्थना करें। इससे बड़े से बड़े संकट भी टल जाते हैं और मनचाही इच्छा पूरी होने के योग बनने लगते हैं।
चौथा उपाय – शनिवार को हनुमानजी की पूजा कर उन्हें चमेली के तेल में सिंदूर मिला कर चोला चढ़ाएं। लाल गुलाब के फूल अर्पित कर चूरमे का भोग लगाएं, साथ ही केवड़े का इत्र भी हनुमानजी के दोनों कंधों पर छिड़के। पूजा के बाद हनुमानजी से अपने कष्ट दूर कर सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें। इस उपाय को करने के साथ ही आपको राहत देखने को मिलती है। अगर आप किसी बड़ी समस्या से परेशान है तो आप लगातार इस उपाय को करे जब तक आपकी समस्या पूरी तरह से खत्म न हो जाए।
पांचवा उपाय – शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए काले तिल, सरसों के तेल, पुष्प और धूप आदि से शनिदेव की पूजा करनी चाहिए और काले रंग के वस्त्र अर्पित करने चाहिए। पूजा करते समय शनि के नामों का उच्चारण करना चाहिए। जब पूजा समाप्त हो जाए तो पीपल के वृक्ष की 7 परिक्रमा लगाकर शनि मंत्र का जाप करना चाहिए। लगातार 7 शनिवार तक निष्ठा पूर्वक यह उपाय करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनिदोष से होने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है।