
shani jayantee इस दिन पड़ रही है शनि जयंती , जाने क्या रहेगा शुभ मुहर्त
shani jayantee - हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है। शनि जयंती के दिन विधिवत तरीके से शनिदेव की पूजा करने का विधान है। शास्त्रों के अनुसार, भगवान शनि को न्याय का देवता माना गया है। शनिदेव ही हर इंसान को उसके कर्मों के हिसाब से दंड या फल देते हैं। जहां अच्छे कर्म करने वाले व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है और बुरे लोगों को अपने कर्मों के फल का भुगतान करना पड़ता है। इसलिए शनिदेव की कृपा पाने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति अच्छा कर्म करें। मान्यता है कि शनि जयंती के दिन विधि-विधान के साथ शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति के ऊपर से साढ़ेसाती, ढैय्या, शनि दोष से राहत मिल जाती है। जिससे व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक के साथ-साथ आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। आज हम आपको अपने लेख के माध्यम से शनि जयंती के शुभ मुहर्त के बारे में बताने जा रहे है।
शनि जयंती का शुभ मुहूर्त
शनि जयंती तिथि- 30 मई 2022 अमावस्या तिथि आरंभ- 29 मई की दोपहर 2 बजकर 54 मिनट से शुरू अमावस्या तिथि का समापन- 30 मई की शाम 4 बजकर 59 मिनट पर शनि जयंती पूजा विधि इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान आदि कर लें। इसके बाद साफ कपड़े धारण कर लें। भगवान शनि का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प करें। अब शनिदेव की पूजा आरंभ करें। सबसे पहले एक चौकी में काले रंग का कपड़ा बिछाकर शनिदेव की तस्वीर या फिर प्रतीक के रूप में सुपारी रख दें। इसके बाद इसे पंचगव्य और पंचामृत से स्नान करा दें। इसके बाद सिंदूर, कुमकुम, काजल लगाएं और नीले रंग के फूल अर्पित करें इसके बाद श्री फल सहित अन्य फल चढ़ाएं। फिर बाद दीपक और धूप जलाएं। शनि चालीसा के साथ शनि मंत्रों का जाप करें।
According to the Hindu calendar, Shani Jayanti is celebrated on the new moon day of Jyeshtha month. On the day of Shani Jayanti